Monday, August 11, 2008

खरीदारी और खरीददारी..


जब कभी मौका मिले यही होता है खरीददारी और खरीददारी मैं तो यही करती हूँ।शायद आप भी यही करते होंगे चलिए जो भी हो मन तो बहल जाता है।

Sunday, August 3, 2008

माँ का साथ


माँ के साथ बिताये पलों की तो कोई अनुभूति शायद ही कोई भूल पाये। मैं भी वो भाग्यशाली रहीं हूँ जो माँ के साथ कहीं घूमने भी गयी हूँ। बेहद यादगार वो पल रहे हैं। उन्हीं पलों की कुछ झलकें अपने पास संजोये रखी हूँ।

रेल का यादगार सफर


ये लम्हा हमें तो हमेशा याद रहेगा।शायद आपको आपका वो रेल का सफर याद हो जो बेहद सूकून दिया हो। मेरे जीवन का ये वो रेल सफर है जो मुझे कई अनुभवो को दे गया।

Friday, July 4, 2008



ये वो लम्हें हैं जिन्हें हर कोई जीना चाहता है। ये प्रतीक है अपनी उस विरासत का जिसके जरिये हिन्दुस्तान में पश्चिमी देशों का प्रवेश द्वार खुला।

Thursday, July 3, 2008

घूमने का मन


ये है एक निशानी जिसे देख कर सारी यादें ताजी हो जाती हैं.